Thursday, November 12, 2020

राजस्थान के इतिहास की झलकियाँ -01

हम अपनी स्वाधीनता संस्कृति और प्रेम के लिए प्राणों की आहूति देने वाले लोग हैं। हमारी मिट्टी में सिन्धु सभ्यता से काफ़ी पहले जीवन की हिलोर उठ चुकी थी।
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 कर्नल टॉड लिखते हैं कि - "राजस्थान में कोई भी ऐसा छोटा राज्य नहीं है जिसमें थर्मोपॉली जैसी रणभूमि न हो और शायद ही कोई ऐसा नगर मिले जहाँ लियोनीयस जैसा वीर पुरुष पैदा न हुआ हो।"
क्रमशः- अगली कड़ी में लेख को आगे बढ़ाएंगे।
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भावों की मुट्ठी।

 हम भावों की मुट्ठी केवल अनुभावों के हित खोलेंगे। अपनी चौखट के अंदर से आँखों आँखों में बोलेंगे। ना लांघे प्रेम देहरी को! बेशक़ दरवाज़े खोलेंगे...