Thursday, January 30, 2020

थोड़ा वक़्त लगता है !

मुसीबतें आती हैं, टलने में थोड़ा वक़्त लगता है
दिन भी आएगा, रात गुजरने में थोड़ा वक़्त लगता है !
तुम चांद और सितारों के आने का लुत्फ़ लो तबतक
दुख दर्द जिद्दी हैं टलने में इनको थोड़ा वक्त लगता है !

थोड़ी देर रुककर , फिर चल देना मेरे यार
ठोकर लगने के बाद संभलने में थोड़ा वक़्त लगता है !
तेरे वजूद से ही तेरी चमक लौट आएगी यकीन करना
टूटी हुई आशाओं को जुड़ने में थोड़ा वक़्त लगता है !

जो भो सोचा है कर दिखायेगा भरोसा है मुझे
गरजते बादलों को बरसने में थोड़ा वक़्त लगता है !
फ़िर से उगेगी फ़सल प्यार की उम्मीद है मुझे
रेगिस्तान को खेत बनने में थोड़ा वक़्त लगता है !

पानी से बर्फ बनने में थोड़ा वक़्त लगता है
ढले हुए सूरज को निकलने में थोड़ा वक़्त लगता है !
थोड़ा धैर्य रखो, थोड़ा सा ज़ोर और लगाओ
दरवाजा जंग लगा हुआ है खुलने में थोड़ा वक़्त लगता है !

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