इतिहास हुए और जो युग बीते सबके आगे आएँगे
एकबार फ़िर काले पन्ने अब लिखवाए जाएँगे !
फ़िर से सारी कौम लड़ेंगी आपस में पागल होके
मज़हब की अग्नि में जलकर अब फ़िर मानव पछताएँगे !
क़लम करिश्मा तो करती है क्रान्तिवीर बनकर योद्धा
आज़ादी के लिए दिए जो लम्हें दोहराये जाएँगे !
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