Sunday, February 16, 2020

इंतज़ार के पल

धड़कन बढ़ती रहे दिल सम्हलते नही है
तड़पन चढ़ती रहे मन बहलते नही है !
राहें तकती ये अँखियाँ पलकें जम सी गई हैं
"इंतज़ार के पल" थमते बहुत ये निकलते नही है !

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